Meditation Kaise Kare: 7 Easy Steps – मेडिटेशन क्या है और कैसे करते हैं?

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Meditation kya hota hai & Meditation kaise kare

Meditation Kaise Kare: इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर कोई इंसान कुछ सुकून के पल चाहता है। जिंदगी के इतने ज्यादा कष्ट और उतार-चढ़ाव में इंसान का तनाव में रहना आज के समय में एक आम बात हो गई है। दिन भर अपने घर ऑफिस और बिजनेस की टेंशन में हमेशा इंसान उलझा रहता है और अपनी जिम्मेदारियां को पूरा करता है। इस चिंता का कारण चाहे कुछ भी हो यह आपकी मानसिक विकास तथा स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, इसलिए आपको आज के समय में शारीरिक के साथ ही मानसिक रूप से भी स्वस्थ होना बहुत जरूरी हो गया है। आज के समय में आप अपने तनाव से छुटकारा पाने के लिए मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं यह एक बहुत ही कारगर एवं उपयोगी पद्धति है जो आपको मानसिक शांति के साथ ही आपको कई सारी शक्तियों से भी परिपूर्ण करेगा ।

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मेडिटेशन आपको एक शांत अनुभव प्रदान करता है और आपको मानसिक रूप से मजबूत रखता है । इसे अच्छी तरह से अपनी दिनचर्या में सम्मिलित करके आप आंतरिक शांति और आत्मज्ञान की प्राप्ति कर सकते हैं जो कि आपको जीवन में सकारात्मक सोचने और अच्छे काम करने की प्रेरणा देता है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि मेडिटेशन क्या होता है (Meditation kya hota hai) मेडिटेशन कैसे करें (Meditation kaise kare) और मेडिटेशन के क्या लाभ होते हैं (Meditation ke fayde ya meditation benefits in hindi) साथ ही हम आपको कई सारे तरीके बताएंगे जिससे कि आप मेडिटेशन को बहुत ही अच्छे तरीके से अपनी जिंदगी में सम्मिलित कर सकते हैं और इसके कई सारे लाभ उठा सकते हैं ।

मेडिटेशन एक बहुत ही पुरानी पद्धति है जो कि आपका दिमाग को शांत करने और उसके सोचने समझने की क्षमता को बढ़ाने के लिए उपयोग की जाती है, इसकी शुरुआत हजारों साल पहले पुरातन भारत में हुई थी और उसके बाद से ही इसमें बहुत ही प्रसिद्ध थी हासिल करी पूरे एशिया और दुनिया के बाकी हिस्सों में और फिर आज के आधुनिक समय में मेडिटेशन के बहुत सारे मानसिक और भावात्मक स्वास्थ्य से जुड़े लाभ होते हैं जिसे कि हर डॉक्टर और आध्यात्मिक लोगो के द्वारा मान्यता दी गई है ।

मेडिटेशन को जब आप अपनी दैनिक दिनचर्या में सम्मिलित करते हैं तो आपको कई सारी हीलिंग पावर्स और मानसिक शक्तियों की अनुभूति होती हैं । मेडिटेशन को कोई भी आसानी से कर सकता है और और आप इसके फायदे ले सकते हो आगे हम बात करेंगे कि हम कैसे अच्छे से मेडिटेशन को कर सकते हैं और इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं ।

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मेडिटेशन कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है और इसको करने से आपको कई सारे फायदे मिलते हैं मेडिटेशन करने से आपका मन शांत रहता है और आपके दिमाग में चल रहे नकारात्मक और फालतू के विचारों को खत्म करने में मदद मिलती है जहां आपका दिमाग में उत्पन्न हुए तनाव को खत्म करता है और आपकी मानसिक और भावनात्मक शक्तियों को बढ़ाता है जिससे कि आप ज्यादा अच्छे से सो पाते हैं और अपने कामों को कर पाते हैं और अपने काम में और अधिक ध्यान दे पाते हैं जिससे कि आपका प्रोफेशनल लाइफ भी सुधरती है।
चलिए आगे जानते हैं कि मेडिटेशन कैसे (meditation kaise kare) कर सकते हैं:

  1. शांत वातावरण का चुनाव: मेडिटेशन करने के लिए सबसे पहले आपको एक शांत वातावरण का चुनाव करना चाहिए ऐसी जगह जहां पर की किसी भी तरफ तरह का शोर शराबा या फिर अनावश्यक आवाज़ ना हो, इस तरह से आप मेडिटेशन में ज्यादा अच्छे से ध्यान लगा पाएंगे और आपको मन भटकने वाली बाहरी आवाजों से आम दूर रहेंगे इसलिए सबसे पहले एक ऐसे स्थान की खोज कीजिए जहां पर कि आप कुछ समय आराम से बैठ सकते हैं बिना किसी शोर के और और आप कहां पर एक साफ सुथरा आसन बिछा के पर चाहिए या आपका एकांत कमरा हो सकता है या फिर आपकी छत जहां पर आप आराम से बैठकर कुछ समय एकांत में ध्यान लगा सके।
  2. आराम का ख्याल रखें: आपको मेडिटेशन करते समय अपना मन शांत और एकाग्रचित रखना होता है इसलिए आप अपने आराम के अनुसार अपने आसन का चुनाव करें जिस पर की आप बैठ कर कुछ क्षण एकांत में बिता पाए और साथ ही आप आरामदायक कपड़ों का भी चुनाव करें जो कि आपको शारीरिक रूप से सहज लगे। और ध्यान रहे कि आप ज्यादा टाइट या कसे हुए कपड़े ना पहने हो, आपका शरीर हल्का होना चाहिए और आप अपने जूते या चप्पल उतारकर एक आरामदायक पोजीशन में अपने आसन पर बैठे ।
  3. समय का चुनाव: अगर आप मेडिटेशन की अभी ही शुरुआत कर रहे हैं तो आप कम से कम समय जैसे की 5 से 10 मिनट कर सकते हैं और फिर अपने सहजता के अनुसार इस टाइम को बढ़ाकर 20 मिनट से 30 मिनट कर सकते हैं। कई सारे experts सलाह देते हैं कि आपको इसके ज्यादा से ज्यादा लाभ के लिए 20-20 मिनट सुबह और शाम मेडिटेशन करना चाहिए। आप मेडिटेशन करने का एक निश्चित समय का चुनाव कीजिए जिससे कि यहां आपकी दिनचर्या का एक अभिन्न अंग बन जाएगा और आप ज्यादा अच्छे से मेडिटेशन कर पाएंगे।
  4. सांसों पर ध्यान लगाए: आपको मेडिटेशन करने के लिए सबसे पहले अपनी आंखें बंद करनी होगी और अपनी सांसों पर ध्यान लगाना होगा आप शुरुआत में धीरे-धीरे सांस ली और फिर उसे लंबी और गहरी बनाते रहे और फिर उन पर फोकस करें। आप अपनी सांसों को अनुभव कीजिए कि वह कैसे अंदर और बाहर की तरफ आवागमन कर रही है। आप सामान्य तरीके से ही सांस लीजिए और उसे पूरी तरह से अपने एकांत मन से अनुभव करिए। अगर आपका मन भटकने लगता है या फिर एकांचित होने में परेशानी होने लगती है तो चिंता ना करिए आप अपनी सांसों के क्रम को फिर से शुरू करिए और दोबारा उसे पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करिए और किसी भी प्रकार के बाहरी विचारों को मुक्ति करिए और अपने मन को शांत और शुद्ध करने का प्रयास कीजिए।
  5. भगवान का स्मरण: यदि आपको अपने सांसों पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो रही है तो आप अपने ईष्ट देव या अपने भगवान जिसमें भी आपकी आस्था है आप उन्हें स्मरण कर सकते हैं और उन पर अपना ध्यान एकाग्र करके उन्हें अपने मस्तिष्क के अंदर अनुभव कर सकते हैं। आप उनकी छवि को अपने सामने परिकल्पना करे और उन पर ध्यान लगा लगाए, उनका नाम लेकर आप उन्हें और पूर्ण रूप से साकार रूप में अनुभव कर सकते हैं।
  6. मंत्र जाप करें: मेडिटेशन का यह एक बहुत ही अच्छा तरीका है “मंत्र ध्यान”, जिसमें कि आप किसी भी एक मंत्र का उच्चारण बार-बार कर सकते हैं और फिर आप उसमें और गहन ध्यान अवस्था में पहुंच सकते हैं। आपको जो भी मंत्र याद हो आप उसे दोहरा सकते हैं शुरुआत के लिए आप कोई भी ऐसा शब्द जो आपको सुख की अनुभूति देता है उसे अपने ध्यान में सम्मिलित कर सकते हैं या फिर आप सबसे सरलतम ॐ (ओम) का उच्चारण कर सकते हैं जो की एक सर्वव्यापी चेतना का प्रतीक है और आनंद को देने वाला है, आपको जो भी मंत्र अच्छे से याद है आप उसे अपने ध्यान में सम्मिलित करे । मंत्र संस्कृत का एक शब्द है जिसका अर्थ होता है “मन का उपकरण”, मंत्र वह तरीका है जो कि आपके मन में कंपन को उत्पन्न करता है और आपके सोचने की शक्ति को और अधिक चेतना और गहनता प्रदान करता है जिससे कि आप बहुत अच्छे से ध्यान में सम्मिलित हो पाते हो।
  7. हृदय चक्र ध्यान कीजिए: हृदय चक्र ध्यान एक तरह का मेडिटेशन है जिसमें कि आप हृदय चक्र पर अपना ध्यान केंद्रित करके मेडिटेशन करते हैं। हृदय चक्र शरीर के अंदर उपस्थित सात चक्र में से एक है। हृदय चक्र आपका हृदय के पास दोनों साथियों के बीच में स्थित होता है और यह प्रेम करुणा शांति और दया से जुड़ा हुआ है। हृदय चक्र पर ध्यान देने से आप संसार के लिए और अधिक दयावान करुणा के प्रतीक और असीम प्रेम को प्रदान कर पाते हैं। हृदय चक्र ध्यान करने के लिए आपको अपनी आंखों को बंद करके अपने दाहिने हाथ को छाती के बीच तथा बाएं हाथ को अपनी नाभि के ऊपर रखें। गहरी सांस ले तथा इसे “यम” शब्द के उच्चारण के साथ छोड़े, यह शब्द हृदय चक्र से जुड़ा रहता है इसलिए इसका उच्चारण आपको अपने हृदय को अनुभव करने में मदद करता है। आप बंद आंखों से एक हरी रंग की ऊर्जा की परिकल्पना कीजिए जो की प्रेम जीवन और सकारात्मक भावों को महसूस करता है। आप इसके साथ ही अपने सभी तरह के सकारात्मक और नकारात्मक भावों को महसूस कीजिए और उन्हें स्वतंत्र कीजिए।

मेडिटेशन प्राचीन काल से ही मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक प्रभावी तरीका माना जाता रहा है। यह एक ऐसा साधन है जिसके माध्यम से हम अपने मन को शांति, स्पष्टता और संतुलन प्रदान कर सकते हैं। आज की तनावपूर्ण जीवनशैली में ध्यान का महत्व और भी बढ़ गया है। ध्यान नियमित रूप से करने से हमारे शरीर और मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मेडिटेशन के शारीरिक और मानसिक स्वास्थय के लिए अंगिनित फायदे होते हैं।

मेडिटेशन को नियमित रूप से करने पर कई तरह के लाभ होते हैं, और यह लाभ शांति के अनुभवों से कही अधिक हैं। अब तक के कई सारे शोध यह बताते हैं कि मेडिटेशन आपको चिंता और तनाव से मुक्त करता है और आपके भावात्मक सुधार और एकाग्रता और ध्यान को बढ़ावा देता है और साथ ही आपके जीवन में खुशियों और संतुष्टि को बढ़ाता है। मेडिटेशन के और भी बहुत सारे फायदे हैं (Meditation ke fayde) जो कि इस प्रकार है:

तनाव-चिंता का निदान (Lower Stress-Anxiety)

ध्यान का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह हमारे तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। जब हम ध्यान करते हैं, तो हमारा मन वर्तमान में रहता है, और भविष्य या अतीत की चिंताओं से दूर हो जाता है। इससे तनाव का स्तर घटता है और मानसिक शांति का अनुभव होता है।

बेहतर मूड (Improved Mood)

ध्यान हमारे मूड को बेहतर बनाने में सहायक होता है। यह मस्तिष्क के उन हिस्सों को सक्रिय करता है जो खुशी और संतोष से जुड़े होते हैं। इससे हम मानसिक रूप से हल्का महसूस करते हैं और सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखते हैं।

ध्यान-एकाग्रता वृद्धि (Improved Focus-Concentration)

नियमित ध्यान करने से हमारी ध्यान शक्ति और एकाग्रता में वृद्धि होती है। यह हमारी सोचने की क्षमता को तेज करता है और हम किसी भी कार्य पर बेहतर ढंग से फोकस कर पाते हैं।

नींद में सुधार (Improved Sleep)

ध्यान हमारी नींद की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाता है। जो लोग नींद की समस्याओं से जूझ रहे होते हैं, उन्हें ध्यान से काफी फायदा हो सकता है। यह मन और शरीर को शांत करता है, जिससे गहरी और सुकून भरी नींद आती है।

दर्द में कमी (Reduced Pain)

ध्यान हमारे शरीर में दर्द को कम करने में मदद करता है। यह हमारे दिमाग को इस तरह प्रशिक्षित करता है कि हम शारीरिक दर्द के प्रति अपनी संवेदनशीलता को नियंत्रित कर सकें, जिससे दर्द की तीव्रता कम महसूस होती है।

प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार (Improved Immune Function)

ध्यान का एक और प्रमुख लाभ यह है कि यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। इससे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है, और हम शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं।

ध्यान के ये लाभ (meditation ke fayde) इसे एक सम्पूर्ण स्वास्थ्य साधन बनाते हैं, जो मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर हमारी सहायता करता है।

q1: मेडिटेशन की शुरुआत कैसे करें?

मेडिटेशन शुरू करने के लिए सबसे पहले एक शांत और आरामदायक जगह चुनें। ध्यान मुद्रा में बैठें, अपनी आँखें बंद करें, और अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। शुरुआत में 5 से 10 मिनट तक मेडिटेशन करने की कोसिश करे फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।

q2: मेडिटेशन करने का सही तरीका क्या है?

मेडिटेशन करने के लिए सबसे पहले सीधा बैठें या आराम से लेट जाएं। अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें और यदि कोई विचार आएं, तो उन्हें बिना जज किए जाने दें। वापस अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।

q3: मेडिटेशन कितने मिनट करना चाहिए?

शुरुआत में आप 5 से 10 मिनट तक मेडिटेशन कर सकते हैं। धीरे-धीरे समय बढ़ाते हुए इसे 20-30 मिनट तक कर सकते हैं, जो कि एक आदर्श समय माना जाता है।

q4: मेडिटेशन क्या होता है और कैसे किया जाता है?

मेडिटेशन एक मानसिक अभ्यास है जिसमें आप अपने मन को शांति और संतुलन प्रदान करते हैं। इसे करने के लिए आपको शांत वातावरण में बैठकर अपनी सांसों या किसी एक वस्तु पर ध्यान केंद्रित करना होता है।

q5: मेडिटेशन करते समय हमें क्या सोचना चाहिए?

मेडिटेशन करते समय हमें अपनी सांसों पर ध्यान देना चाहिए और मन को शांत रखने की कोशिश करनी चाहिए। किसी भी प्रकार के विचार आने पर उन्हें जाने दें और फिर से ध्यान केंद्रित करें।

q6: ध्यान का असर कितने दिन में दिखता है?

ध्यान का असर व्यक्ति के अनुसार भिन्न हो सकता है, लेकिन नियमित अभ्यास से 2-3 हफ्तों में आप अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार महसूस कर सकते हैं।

q7: रोज मेडिटेशन करने से क्या होता है?

रोज मेडिटेशन करने से मानसिक शांति, तनाव में कमी, बेहतर एकाग्रता, और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह आपको अधिक सकारात्मक और संतुलित जीवन जीने में मदद करता है।

q8: सुबह कितने बजे मेडिटेशन करना चाहिए?

सुबह का समय मेडिटेशन के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। आप सुबह 5 से 7 बजे के बीच मेडिटेशन कर सकते हैं, जब वातावरण शांत और ताजगी भरा होता है।

q9: रात में मेडिटेशन कैसे करें?

रात में मेडिटेशन करने के लिए सोने से पहले शांत वातावरण में बैठें। धीमी गति से गहरी सांसें लें, दिनभर की थकान को छोड़ने का प्रयास करें और अपने मन को शांत करें। इससे आपकी नींद में सुधार होगा और मानसिक तनाव कम होगा।


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